इसका नित्य सेवन बीमारी से बचाता है और चुस्ती-फुर्ती बढ़ाता है। पेट और पाचन संबंधी रोगों में यह अचूक औषधि हैं। इसके अलावा जौली तुलसी 51 का नित्य सेवन चर्म रोग, शुगर, ब्लड प्रेशर, सास व दमा रोग, खून में चर्बी, जिगर रोग, हर प्रकार के बुखार नजला यहां तक कि दिल से संबंधित बीमारियों के शुरुआती लक्षण में अत्यधिक लाभकारी है।