Navratan ring silver ring
Navratan Silver Ring
नवरत्न अंगूठी
नवरत्नों से जडित नवरत्न अंगूठी धारण करने का सौभाग्य बहुत ही किस्मतवालों को मिलता है। नवरत्न नाम ही अपने आप में इतना प्रभावशाली है और उस पर यह नवरत्नों से जड़ित अंगूठी जिसमे मूंगा, पुखराज, माणिक्य, पन्ना, नीलम, लहसुनिया, जरकन, मोती और गोमेद जातक के जीवन को सुखद बनाने का कार्य करते है, कोई भी जातक इस अंगूठी को धारण कर सकता है।
डिलीवरी: | 5-8 दिनों में डिलीवरी |
मुफ़्त शिपिंग: | पूरे भारत में |
फ़ोन पर ख़रीदें: | ![]() |
अभिमंत्रित: | फ्री अभिमन्त्रण आचार्य जी द्वारा |
विवरण
रत्न नाम: | पन्ना , मूंगा, पुखराज, नीलम, जिरकॉन, माणिक, गोमेद, लहसुनिया |
अंगूठी साइज़: | फ्री साइज़ |
सर्टिफिकेशन: | GIL सर्टिफाइड |
अभिमत्रण: | आचार्य JI |
इस अंगूठी के प्रभाव से धन संपत्ति में बरकत और अटका हुआ धन जातक को शीघ्र ही मिल जाता है। नवरत्न अंगूठी धारण करने से जीवन में धन संपत्ति से संबधिंत सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और जातक को वास्तुदोष से मुक्ति मिलती है।
नवरत्नों से जडित नवरत्न अंगूठी और ज्योतिष
वैदिक ज्योतिष में नव ग्रहों का उल्लेख किया गया है, जिनमे सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहू और केतु शामिल है। जब भी किसी व्यक्ति का जन्म होता है, तो उसके जन्म के समय ये नौ ग्रह कुंडली के 12 भावों में शुभ और अशुभ योग बनाते हैं।
ग्रहों से बन रहे इन्हीं योगों के प्रभाव से जातक का जीवन प्रभावित होता है, इसलिए ज्योतिष शास्त्र में नवरत्नों का बहुत महत्व है, नवग्रहों के अनुसार ही रत्नों की उत्पत्ति हुई है, जो हमारे समस्त जीवन पर अपना प्रभाव डालते है। इसलिए इस प्रभावशाली नवरत्न अंगूठी को धारण करने की सलाह ज्योतिषाचार्यों दी जाती है। इसे धारण करने से आपके जीवन की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
नवरत्न अंगूठी के लाभ
- साक्षात माँ लक्ष्मी और भगवान विष्णु का वास होने के कारण यह अंगूठी बहुत ही प्रभावशाली और जल्दी जातक के जीवन को सुख में बदलने वाली है।
- इसे धारण करने वाले व्यक्ति को जीवन में कभी भी धन की कमी महसूस नहीं होती है।
- वास्तु में भी नवरत्न अंगूठी का बहुत महत्व है। यदि आप इस अंगूठी को पहनते हैं तो आपके घर-परिवार से सारे वास्तुदोष दूर हो जाते हैं। ये प्रभावशाली नवरत्न अंगूठी धारणकर्ता को वास्तुदोष से मुक्त करती है।
- नवरत्न अंगूठी शुद्ध धातु से निर्मित है और इसमें नवरत्न जड़े गए हैं जिसके प्रभाव से जातक हर मुसीबत का सामना डटकर करता है तथा जीवन में कभी निराश नहीं होता।
- इस अंगूठी को धारण करने के बाद नवग्रहों का आशीर्वाद मिलता है, जीवन में सकारात्मकता आती है।
नवरत्न अंगूठी धारण विधि
यह अंगूठी हमारे अनुभवी ज्योतिषाचार्यों द्वारा अभिमंत्रित एवं सिद्ध की गई है इसलिए यह अंगूठी शनिवार को छोड़ किसी भी दिन प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व या सुबह स्नान करने के बाद धारण करनी चाहिए। अंगूठी धारण करने से पहले अपने कुलदेवता तथा विष्णु देव को याद करते हुए, पूरी श्रद्धा से पूजा अर्चना करके अपने सीधे हाथ की मध्यमा या तर्जनी अंगूली में धारण करना लाभदायक होता है।
हमसे क्यों लें:
नवरत्न अंगूठी को हमारे अनुभवी और विद्वान ज्योतिषाचार्यों द्वारा विधिपूर्वक अभिमंत्रित करने के बाद ही आपके पास भेजा जाएगा, ऐसा करने से आपको इस रत्न के शुभ फल शीघ्र ही मिलते है। इस रत्न के साथ आपको एक सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा जो इस रत्न के ओरिजनल होने का प्रमाण है।