अश्वगंधा एक तरह की औषधि है, जो कई तरह की लाइलाज बीमारियों में कारगर मानी गयी है। आपने भी अश्वगंधा के कई फायदों के बारे में सुना होगा। आज हम आपको इससे जुड़े फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं। अश्वगंधा का वैज्ञानिक नाम विथानिया सोम्नीफेरा है और इसे विंटर चैरी और इंडियन गिनसेंग के नाम से जाना जाता है। यह आमतौर पर भारत और उत्तरी अफ्रीका में उगाया जाता है।
अश्वगंधा ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। कई अध्ययनों में इस बात को साबित किया जा चुका है। इसमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स और ऐंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करती हैं।
1- अश्वगंधा कैंसर की रोकथाम में भी मदद करता है। कई स्टडीज में यह दावा किया जा चुका है कि अश्वगंधा कैंसर सेल्स की ग्रोथ और प्रॉडक्शन पर लगाम लगाता है।
2- जिन महिलाओं में सफेद पानी जाने की समस्या होती है, उसमें भी अश्वगंधा को कारगर माना गया है। इसके अलावा यह महिलाओं और पुरुषों दोनों में फर्टिलिटी को बढ़ावा देने में मदद करता है। साथ ही यह स्पर्म क्वॉलिटी को सुधारने में भी मदद करता है।

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3- अश्वगंधा को हाइपरटेंशन में भी लाभकारी माना गया है। इसके लिए अश्वगंधा का नियमित सेवन करना चाहिए। लेकिन जिन लोगों का ब्लड प्रेशर कम रहता है, उन्हें अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए।
4- जिन्हें गहरी नींद नहीं आती उन्हें अश्वगंधा का खीर पाक खाना चाहिए। अश्वगंधा स्वाभाविक नींद लाने की दवा की तरह काम करता है। इसके अलावा पेट से जुड़ी परेशानियों को भी दूर करने में मदद करता है। इसके लिए अश्वगंधा, मिश्री और थोड़ी सोंठ को बराबर अनुपात में मिलाकर गर्म पानी के साथ लें।

इन रोगों से आपको बचाता है अश्वगंधा
इन रोगों से आपको बचाता है अश्वगंधा
अश्वगंधा एक झाड़ीदार पौधा होता है। इसकी जड़ों में बहुत से पौष्टिक तत्व होते हैं। अश्वगंधा के बीज, फल एवं छाल का विभिन्न रोगों के उपचार में प्रयोग किया जाता है। यह मधुमेह से पीड़ित लोगों में मोतियाबिंद जैसी समस्या पर भी लगाम लगाता है। आइए जाने अश्वगंधा के फायदे:-

कैंसर में फायदेमंद
कैंसर में फायदेमंद
कैंसर की दवाएं बीमार कोशिकाओं के साथ-साथ सामान्य कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचाती है, जिससे अन्य रोगों के बढ़ने की आशंका हो जाती है। लेकिन कैंसर की दवाओं के साथ अश्वगंधा का सेवन करने से अद्भुत फायदा देखा गया है। अश्वगंधा के प्रयोग से केवल कैंसर ग्रस्त कोशिकाएं व न्यूरान्स ही नष्ट हुए, जबकि अन्य कोशिकाओं को कोई नुकसान नहीं हुआ।

झुर्रियां गायब होंगी
झुर्रियां गायब होंगी
यदि किसी को चर्म रोग है तो उसके लिए भी अश्वगंधा बहुत लाभकारी है। इसका चूर्ण बनाकर तेल से साथ लगाने से चर्म रोग से निजात पाई जा सकती है। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ अडवांस साइंस ऐंड टेक्नॉलजी के वैज्ञानिकों के अनुसार अश्वगंधा के सेवन से त्वचा पर पड़ने वाली झुर्रियों से भी बचा जा सकता है।

फोड़े-फुंसी नहीं होंगे
फोड़े-फुंसी नहीं होंगे
अश्वगंधा की पत्तियां त्वचा रोग, शरीर की सूजन एवं शरीर पर पड़े घाव और जख्म भरने जैसी समस्या में भी बहुत उपयोगी हैं। अश्वगंधा के पौधे को पीसकर लेप बनाकर लगाने से शरीर की सूजन, शरीर की किसी विकृत ग्रंथि और किसी भी तरह के फुंसी-फोड़े में लगाने से आराम मिलता है।

ये भी लाभ
ये भी लाभ
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित लोग यदि अश्वगंधा के चूर्ण का दूध के साथ नियमित सेवन करेंगे तो निश्चित तौर पर उनका प्रेशन नॉर्मल हो जाएगा। इसके अलावा शरीर में कमजोरी या दुर्बलता को भी अश्वगंधा तेल से मालिश कर दूर किया जा सकता है। गैस संबंधी समस्या में भी ये पौधा अत्यंत लाभदायक होता है। सांस संबंधी रोगों से निजात पाने के लिए अश्वगंधा के क्षार को शहद को घी के साथ मिलाकर सेवन करने से बहुत लाभ मिलता है।

एक्सपर्ट की राय
एक्सपर्ट की राय
आयुर्वेदाचार्य, ए के गर्ग के मुताबिक, अश्वगंधा पौधे की जड़ पौष्टिक होने के साथ ही पाचक अम्ल और प्लेग जैसी महामारियों से निजात दिलाती है। इसके अलावा खांसी, क्षयरोग और गठिया में भी यह लाभदायक है।
5- अगर पुरुषों में यौन क्षमता की कमी है और वे यौन सुख नहीं ले पाते तो फिर अश्वगंधा का सेवन करें। यह न सिर्फ यौन क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है बल्कि सीमन की क्वॉलिटी भी सुधारता है।