नेत्र तर्पणः आंखों पर औषधियुक्त घृत अथवा तेल डालने को नेत्रतर्पण कहा जाता है. यह क्रिया आंखों से धुंधला दिखना, आंखों का दुखना, रूक्षता, रतौंधी तथा वात व पित्ज अक्षि रोगों में अत्यंत लाभकारी है. रोगानुसार इस नेत्र तर्पण क्रिया में त्रिफलाधृत आदि का प्रयोग किया जाता है. यह क्रिया दृष्टिवर्धन का कार्य भी करती है.