त्रिफला पाउडर – त्रिफला एक प्रभावी रक्त शोधक है जो पित्त स्राव को उत्तेजित करता है क्योंकि यह यकृत को detoxify करता है, पाचन में मदद करता है और कब्ज को दूर करता है। यह एक रेचक भी है जो पाचन तंत्र के झिल्ली अस्तर को फिर से जीवंत करता है। साथ ही गैस,मोटापा,पेट फूलना,,मुहासे,नेत्र रोग,ह्रदय रोग, कोलेस्ट्रोल, शुगर, पायरिया,बवासीर,कमजोर बाल,मुंह में छाले,दमा(अस्थमा)खांसी, केंसर और ट्राईग्लिसराइड आदि गंभीर बिमारियों में त्रिफला अमृत लाभकारी है। सावधानी:- गर्भवती महिला को इसका सेवन नही करना चाहिए। त्रिफला सेवन विधि- तीन प्रेशर लाने के लिए आप त्रिफला को सुबह के समय सेवन करे। हल्का गुनगुना लगभग 2 गिलास पानी लें और त्रिफला की एक से 2 चम्मच मुँह में फंकी मारकर होठों से गिलास को लगाकर पानी मुँह में इकट्ठा करके गर्दन इधर उधर हिलाये। फिर स्वाद न लेते हुए तुरंत उसे पी जाये। कड़वेपन पर ध्यान नही देना है। आप उस समय सिर्फ ये सोचें की चाहे कुछ भी हो जाये मुझे इसे लेना है क्योकि ये मुझे आने वाले रोगों से बचाएगी। त्रिफला लेने का दूसरा तरीका- एक गिलास पानी लें उसमे 1 से 2 चम्मच त्रिफला अमृत की मिलाये और रात भर गिलास को ढककर रख दे सुबह होने पर गिलास में पड़े पानी को छलनी की सहायता से छान ले और हल्का गुनगुना करके पी जाये। ये त्रिफला जैसे ही पेट में जाएगी अपना काम शुरू कर देगी। इसे लेते ही एक ही दिन में इसका असर आता है पर कुछ मामलों में गंदगी अधिक होने की वजह से पहले ही दिन 3 प्रेशर नही आते। लेकिन अगले ही दिन बादलों की गड़गड़ाहट के जैसे गंदगी को बाहर आना ही पड़ता है। पहले प्रेशर के बाद 2 प्रेशर और आते है। उन 2 प्रेशर को लाने के लिए आपको हर प्रेशर के तुरंत बाद लगभग 2 गिलास गुनगुना पानी पीना पड़ता है। पहले प्रेशर में मोटा मोटा मल, दुसरे प्रेशर में पतला मल और तीसरे प्रेशर में केवल पानी ही पानी शरीर से बाहर निकलता है। बस सप्ताह में 2 से 3 बार इसका सेवन करो और मस्त रहो।