जानकारी :- 1. बारामासी: इसवरायटी में साल में 2 बार नींबू का फल आता है। फल पकने का समय जुलाई से अगस्त फरवरी से मार्च तक का होता है। इस जाति के नींबू में प्रति पौधा 55 से 60 किलोग्राम नींबू का फल आता है। 2.कागजी कलां नींबू: यहफल थोड़ा छोटा और पकने पर फल पीला हो जाता है। गुद्दा रस से भरा होता है। फल 50 से 55 किग्रा/ पौधा होता है। 3.मीठा नींबू: इसफल की कोई विशेष किस्म नही होती। इसमें नए पौधे तैयार करते समय उन्हीे पौधों का चश्मा लिया जाता है जिन पर अधिक फल आते हों। फल उत्पादन 300 से 500 प्रति पौधा। }ऐसे लगाएं पौधे: नींबूके पौधे लगाने के लिए लाइन से लाइन और पौधे से पौधे की दूरी लगभग 5 मीटर होनी चाहिए। पौधा लगाने से पहले 2 से सवा 2 फीट गहरा गड्ढा खोदकर उसमें मिट्टी में बराबर गोबर की खाद आदि मिक्स करके फिर पौधे की रोपाई करनी चाहिए। }सिंचाई:अधिकफल अच्छे उत्पादन प्राप्त करने के लिए फल धारण करने गिरने से बचाने के लिए नींबू के पौधों को सिंचाई बहुत जरूरी है। इसके लिए किसान को चाहिए कि वह मौंसम के अनुसार पौंधो में पानी दे। वैसे बारिश के मौंसम में तो सिचाई की अावश्यक्ता नही पड़ती। लेकिन गर्मियों के मौंसम में किसान 10 दिन के अंतराल पर सिचाई करे। जबकि सर्दियों में 20 दिन के अंतराल पर नींबू के पौधों में सिचाईं करनी चाहिए।