Tursiya® Pills
Wajudi Laboratories and Herbal Research Centre's Tursiya (pills) तुरसिया गोली (थॉयराइड की कामयाब दवा )
थॉयराइड ग्लैण्ड (गुद्दये तुरसिया ) शरीर की सब से बड़ी एंडोक्राइन ग्रंथी (Endocrine gland) है। शरीर में यह ग्लैंड विभिन्न अंगों की कार्यशैली को नियंत्रित करती है , जैसे शरीर में ऊर्जा के उपयोग की दर ,प्रोटीन बनाना ,शरीर के दूसरे हॉर्मोन के प्रति संवेदनशीलता आदि। जैसे शरीर में ऊर्जा के उपयोग की दर ,प्रोटीन बनाना ,शरीर के दूसरे हॉर्मोन के प्रति संवेदनशीलता आदि।
थॉयराइड ग्लैंड में T3(Tri-iodothyronine)और T4(Thyroxin) का उत्पादन आयोडीन (Iodine ) और थायरोसीन (Thyrosine) के मिलने से होता है ,इसी तरह थायराइड ग्लैंड कैल्सीटोनिन( Calcitonin ) भी बनाता है जो कि कैल्सियम के उत्पादन के लिए ज़रूरी है,थायराइड ग्लैंड के क़ुदरती कामों में T3(Tri-iodothyronine) T4(Thyroxin) और T .S.H.(Thyroid stimulating hormone) जैसे हॉर्मोन को नियंत्रित रखना भी है जिस से शरीर स्वस्थ रहता है।
जब इस ग्रंथी के क़ुदरती काम में बिगाड़ आजाती है तो शरीर में हार्मोन का बैलन्स बिगड़ जाता है ,जिस का दुष्परिणाम लीवर ,गुर्दे ,दिल,दिमाग़ तथा स्त्री व पुरुष के गोपनीय अंगों पर बहुत ही बुरा पड़ता है इसी लिए थायराइड का मरीज़ विभिन्न प्रकार की तकलीफ़ों का शिकार हो जाता है ,कमज़ोरी ,थकावट ,सुस्ती ,उलझन ,बेचैनी और घबराहट होने लगती है ,लीवर ,गुर्दे में कमज़ोरी और सूजन की शिकायत पैदा हो जाती है ,वे भली भांति अपने काम को अन्जाम नहीं दे पाते ,जिस की वजह से खून की कमी हो जाती है ,वज़न तेज़ी के साथ बढ़ने लगता है किसी किसी का इस के विपरीत वज़न घटता है ,फेफड़े और दिल पर दबाव बढ़ जाता है और साँस फूलने की शिकायत पैदा हो जाती है ,चलने फिरने या सीढ़ी चढ़ने से डीएम लगने लगता है ,तबीअत सुस्त हो जाती है , किसी काम में दिल नहीं लगता ,किसी को सरदर्द और चिड़चिड़े पन की भी शिकायत पैदा हो जाती है ,गर्भाशय में भी तरह तरह की ख़ामियां पैदा हो जाती हैं जैसे सूजन ,अंडों की कमी ,मासिकधर्म का बिगाड़ वगैरह ,जिस की वजह से औलाद नहीं हो पाती।
पूरी दुनिया में आम तौर पर आयोडीन की कमी को थायराइड का मुख्य कारण माना जाता है मगर ऐसा भी होता है कि शरीर में आयोडीन की कमी नहीं होती जैसे हमारे हिंदुस्तान के अधिकांश मरीजों में ,लेकिन वे फिर भी हार्मोन के डिस्बैलेंस और थायराइड के शिकार होते हैं ,आयोडीन खिलाकर भी आराम नहीं पहुंचाया जा सकता ,क्यों कि थायराइड ग्लैण्ड इस क़ाबिल नहीं रहता कि शरीर से आयोडीन लेकर हार्मोन का नियंत्रण कर सके ,यह सब थायराइड ग्लैण्ड की कार्यशैली के बिगाड़ का नतीजा है।
एलोपैथ में जो दवाएं इस्तेमाल की जाती हैं वह अधिकतर शरीर में आयोडीन या हार्मोन की कमी को पूरा करने के लिए होती हैं। यह दवाइयां लंबे समय तक सेवन करने से कई प्रकार के साइडइफैक्ट भी पैदा करती हैं और बहुत अधिक संख्या में मरीज़ बीमारी के लक्षणों से भी परेशान रहते हैं।
ज़ाहिर सी बात है कि इस बीमारी को दूर करने के लिए ऐसी दवा की ज़रूरत है जो थायराइड ग्लैण्ड की कार्यशैली को दुरुस्त करके पूरे शरीर में उतपन्न होने वाली शिकायतों को भी दूर करे।
थायराइड के निराश रोगियों के लिए यह खुश खबर है कि '' वजूदी लेबोरेटरीज एंड हर्बल रिसर्च सेन्टर ''ने एक लंबे रिसर्च के बाद इस का इलाज दरयाफ्त कर लिया है ,थायराइड T3,T4,TSH कैसा भी हो नार्मल रेन्ज से कम हो या ज़्यादा (hypo or hyper) तुरसिया गोली हर तरह के थायराइड को और थायराइड से होने वाली सभी तकलीफों को जिस ब्यान ऊपर किया जा चुका है उन सब को जड़ -मूल से समाप्त करती है ,और थायराइड ग्लैण्ड की कार्यशैली को दुरुस्त करके उसे हॉर्मोन का बैलन्स बनाए रखने के क़ाबिल बनाती है ,तुरसिया गोली मरीज़ को ज़िन्दगी भर रोक थाम वाली दवाओं के खाते रहने से भी छुटकारा दिला देती है,मरीज़ को पूरी तरह सेहत मंद बनाती है और मरीज़ कुछ ही महीनों में यह महसूस करता है कि काश यह दवा मुझे पहले ही मिली होती।
तुरसिया गोली थायराइड का कामयाब इलाज है ,लंबे समय तक सेवन करने पर भी किसी तरह का कोई साइडइफेक्ट नहीं ,बच्चे ,जवान ,बूढ़े और गर्भवती महिलाएं भी इस का सेवन क्र सकती हैं।
नोट ; ठंडी चीज़ें जैसे दही ,लस्सी ,दूध ,कोल्ड्रिंग ,फिरिज का ठंडा पानी ,केला ,मोसम्मी ,संतरा और ग्लैण्ड को हानि पहुँचाने वाली सभी ठंडी और खट्टी चीज़ों से परहेज़ करें।
सेवनविधि : 2 -2 गोली दिन में तीन बार सादा पानी से लें।